(भारत स्टेट)
अयोध्या जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भरदसा गांव में देर शाम एक बार फिर भयावह धमाका हुआ। इतना जोरदार विस्फोट हुआ कि दो मंजिला मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया। धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और आसपास के घरों की दीवारें हिल गईं। हादसे में तीन बच्चों समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतना तेज था कि कुछ ही सेकंड में पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। मलबे से निकलती चीखें और धुएं ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायल लोगों को बाहर निकाला। कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड, पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने का अभियान शुरू किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मलबे से एक टूटा हुआ एलपीजी सिलेंडर बरामद हुआ है, जिससे प्राथमिक जांच में सिलेंडर फटने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, ग्रामीणों और पुलिस सूत्रों का कहना है कि मृतक रामकुमार उर्फ पारसनाथ के घर में पहले भी पटाखे बनाने की गतिविधि चल चुकी थी। पिछले वर्ष भी इसी परिवार के घर में विस्फोट हुआ था, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। इस बार भी आशंका जताई जा रही है कि घर के अंदर अवैध रूप से पटाखे या विस्फोटक सामग्री रखी गई थी, जिसके कारण इतना भीषण धमाका हुआ। फोरेंसिक टीम और बम निरोधक दस्ते को बुलाकर घटनास्थल की बारीकी से जांच कराई जा रही है। प्रशासन ने आसपास के घरों को एहतियातन खाली करवा दिया है ताकि कोई और नुकसान न हो। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मलबे में अब भी दो लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जिनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम काम में लगी हुई है। घायलों को अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार की ओर से मुआवजे की घोषणा जल्द किए जाने की संभावना है। पुलिस का कहना है कि विस्फोट का कारण स्पष्ट होने तक किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। फिलहाल सभी एंगल से जांच की जा रही है। जांच दल यह भी पता लगा रहा है कि घर में अवैध पटाखा निर्माण का कार्य तो नहीं हो रहा था। गांव के लोगों ने बताया कि धमाके के बाद चारों ओर धुआं ही धुआं फैल गया, बच्चों और महिलाओं की चीखें गूंज उठीं। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की लेकिन मलबा इतना भारी था कि बिना मशीन के राहत कार्य संभव नहीं था। अयोध्या जैसी शांत नगरी में यह दूसरा बड़ा धमाका है जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन ने घटनास्थल की घेराबंदी कर दी है और जांच पूरी होने तक किसी को भी पास जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
0 Comments