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महोबा : रोशनी के देवदूत बने डॉ. धैर्य राय

REPORT- MOHAMMAD ASIF 

महोबा में रोशनी के देवदूत बने डॉ. धैर्य राय, बदली जिला अस्पताल की तस्वीर, मानसिक मंदता और मिर्गी से पीड़ित बच्ची की आंखों का जटिल ऑपरेशन कर लौटाई रोशनी, अब तक 1500 से अधिक सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन

महोबा जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. धैर्य कुमार राय की तैनाती के बाद नेत्र चिकित्सा सेवाओं की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। जहां पहले मोतियाबिंद जैसे गंभीर नेत्र रोगों के लिए मरीजों को चित्रकूट, कानपुर या अन्य शहरों का रुख करना पड़ता था, अब वहीं इलाज महोबा में ही संभव हो गया है। वर्ष 2024 में जब डॉ. राय ने जिला अस्पताल में कार्यभार संभाला, तब यहां ऑपरेशन की कोई सुविधा नहीं थी। आज हालत ये है कि हमीरपुर, बांदा और मध्यप्रदेश के छतरपुर तक से मरीज यहां इलाज कराने आ रहे हैं।

 हाल ही में डॉ. धैर्य राय ने एक मानसिक मंदित और मिर्गी पीड़ित 13 वर्षीय बच्ची ईशाना की दोनों आंखों में मोतियाबिंद का जटिल ऑपरेशन कर उसे रोशनी लौटाई। पनवाड़ी के शिवाजी नगर निवासी ईशाना का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। बच्ची इलाज में सहयोग नहीं कर रही थी, लेकिन डॉ. धैर्य ने धैर्य के साथ उसकी काउंसलिंग की। ऑपरेशन से पहले मिर्गी के संभावित दौरे को ध्यान में रखते हुए दवाएं और आपातकालीन व्यवस्थाएं भी कर ली गईं।ऑपरेशन सफल रहा और बच्ची की आंखों में जब रोशनी लौटी, तो स्वजन की आंखों से आंसू छलक पड़े। यह केवल एक केस नहीं, बल्कि जिले के लिए एक बड़ी चिकित्सा उपलब्धि है। डॉ. राय अब तक महोबा में 1500 से अधिक सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन कर चुके हैं। इससे पहले अन्य स्थानों पर रहते हुए उन्होंने 40 हजार से ज्यादा ऑपरेशन किए हैं। अस्पताल में दवा, लेंस समेत सारी सेवाएं पूरी तरह निशुल्क हैं। डॉक्टर राय बताते हैं कि छोटे बच्चों का ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण होता है, मगर अनुभव और समर्पण से हर ऑपरेशन को सफल बनाया जाता है।

 वहीं मरीजों ने अपना अनुभव साझा कर उनकी सराहना करते नहीं थकते। वृद्ध तुलसीदास कहते हैं कि मेरा ऑपरेशन हुआ, एक पैसा नहीं लगा, डॉक्टर साहब महोबा के लिए वरदान हैं। समदनगर की संतोष रानी और अल्लारखू ने भी यही अनुभव साझा किया। डॉक्टर राय ने लोगों को सचेत किया है कि कोई भी दलाल या झांसेबाज लेंस के नाम पर रुपए मांगे तो उसकी सूचना दें, क्योंकि सारी सेवाएं सरकार की योजना के तहत पूरी तरह निशुल्क हैं।

 बहरहाल, डॉ. धैर्य राय की बदौलत अब महोबा जिला अस्पताल में नेत्र चिकित्सा सेवाएं एक नई मिसाल बन चुकी हैं।


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