लखनऊ : सेवाज्ञ संस्थानम् लखनऊ इकाई एवं नेशनल पीजी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में "प्रेमचंद का भारत बोध" विषय पर एक विचारोत्तेजक व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की प्रो. हेमांशु सेन ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार साझा किए। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि, प्रेमचंद ने अपने युग के समाज को जैसे अपनी कथाओं में चित्रित किया है, वह आज भी पूरी तरह प्रासंगिक है।
प्रेमचंद ने जिस गंभीरता और सूक्ष्मता से अपने समय के समाज को अपनी कथाओं में प्रस्तुत किया, वही संवेदना और सामाजिक आलोचनात्मकता आज के दौर में भी देखी जा सकती है। उन्होंने प्रेमचंद की कहानियों के माध्यम से भारतीय जनमानस, सामाजिक विषमताओं तथा असमानता के चित्रण को रेखांकित किया और बताया कि प्रेमचंद भारतीय जीवन-दर्शन के प्रतीक हैं।प्रेमचंद की रचनाओं को समग्रता से देखने की आवश्यकता पर बल देते हुए वे कहती हैं कि, प्रेमचंद ने कभी भी अस्वाभाविक वस्तु को आदर्श नहीं माना।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नेशनल पीजी कॉलेज हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राम कृष्ण ने की। उन्होंने विषय प्रवर्तन करते हुए प्रेमचंद को भारतीय चेतना और सामाजिक समरसता का आदर्श बताया। बूढ़ी काकी कहानी के उल्लेख द्वारा उन्होंने मौजूदा समय में वृद्धावस्था एवं पारिवारिक उपेक्षा की समस्याओं पर प्रकाश डाला। वहीं, 'नमक का दरोगा' कथा उदाहरण देकर उन्होंने आज के समाज में नैतिक जीवन-मूल्यों के क्षरण की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
सेवाज्ञ संस्थानम् का परिचय देते हुए लखनऊ इकाई की महानगर प्रमुख प्रियंका पाण्डेय ने बताया कि, यह सामाजिक जीवन के समग्र क्षेत्र में कार्य करने वाला संगठन है जो वैदिक मंत्र “माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः” की अवधारणा के आधार पर कार्य करता है। इसके संरक्षक अयोध्याधाम के ख्यातिलब्ध विद्वान् संत आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरणजी हैं। सेवाज्ञ संस्थानम् भारतीय संस्कृति में निहित विश्वबन्धुत्व के संवर्धन हेतु प्रतिबद्ध है और अपनी मूल संस्कृति में निष्ठा रखने वाले युवाओं का निर्माण करने के लिए कार्यरत है। यह अपने मुख्य केन्द्र काशी के साथ ही मथुरा, अयोध्या, चुनार तथा अब लखनऊ में सक्रिय है। उत्तर प्रदेश के बाहर दिल्ली, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ राज्यों में भी इसकी इकाइयाँ विविध सेवाकार्यों में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं। सेवाज्ञ संस्थानम् समाज के सभी वर्गों को सेवा और सौहार्द के माध्यम से जोड़कर विश्वकल्याणकारी भारत के निर्माण में निरंतर प्रयासरत है।
केंद्रीय कार्यसमिति की सदस्य पूजा सिंह सूर्यवंशी ने 'युवाधर्म संसद' की विस्तृत जानकारी दी और सेवाज्ञ संस्थानम् की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। भारतवर्ष में सभी सप्तपुरियों में युवा धर्म संसद को आयोजित कराने का लक्ष्य है और यह पाँचवा संस्करण है। इसके पहले चार संस्करण काशी, अयोध्या, हरिद्वार, मथुरा में हो चुके हैं।
नेशनल पीजी कॉलेज के राष्ट्रीय कार्य योजना की संयोजिका प्रो अर्चना सिंह ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत सभी प्रतिभागियों को शपथ भी दिलाई।
कार्यक्रम का सफल संचालन सेवाज्ञ संस्थानम् लखनऊ इकाई की महानगर संयोजक प्रज्ञा सिंह एवं इकाई के सदस्य आदर्श ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. बीनू सिंह ने किया। कार्यक्रम में सुघोष मिश्र, अविनाश उपाध्याय, सचित्र मिश्र, आदित्य तिवारी सहित अनेक अन्य सदस्य तथा छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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