रिपोर्ट : चंद्रभान यादव
मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शिता और त्वरित कार्यवाही के लिए पृथक सुशासन विभाग का गठन किया गया है। बस्तर एवं दण्डकारण्य क्षेत्र में इमली, महुआ, चिरौंजी जैसे वनोपज के प्रसंस्करण को बढ़ावा दिया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने की घोषणा के अनुरूप सुरक्षा बलों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुनर्वास नीति लागू कर नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। ‘नियद नेल्लानार’ योजना के तहत 400 से अधिक गांवों में सड़क, बिजली, पानी और स्कूल जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि बस्तर क्षेत्र में सवा लाख करोड़ रुपए का निवेश कर व्यापक विकास किया जाएगा।
उद्योग एवं रोजगार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित युवाओं को उद्योग नीति के अंतर्गत 1 रुपए प्रति एकड़ की दर से भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 8 लाख करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू हुए हैं। माइक्रो-चिप्स निर्माण के लिए सिलिकॉन वैली की तर्ज पर परियोजना लाई जा रही है। कोसा, तसर, सिल्क एवं वस्त्र उद्योग की इकाइयों के लिए भी करार किए गए हैं। अब तक 15 हजार से अधिक सरकारी नियुक्तियां दी जा चुकी हैं, जिनमें बिजली, सहकारिता, पीडब्ल्यूडी तथा अन्य विभाग शामिल है। साथ ही 5000 शिक्षक भर्ती भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के लिए भी तैयार किया जा रहा है।
जनजातीय विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘जश-प्योर ब्रांड के माध्यम से जशपुर में महुआ कैंडी जैसे उत्पाद तैयार कर वैल्यू एडिशन किया जा रहा है। वन-धन योजना के तहत स्थानीय वन उपजों की खरीदी कर लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। 80 हजार करोड़ रुपए की धरती आबा योजना के अंतर्गत प्रदेश में 6691 जनजातीय गांवों का विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 4000 करोड़ रुपए से विशेष पिछड़ी जनजातियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। इन दोनों योजनाओं में उत्कृष्ट कार्य के लिए छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार से प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इन योजनाओं से पहाड़ी कोरबा, बिरहोर, अबूझमाड़ियां, कमार एवं बैगा इन पांच विशेष पिछड़ी जनजातियों का समग्र विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने गर्व से बताया कि अबूझमाड़ के बच्चे मलखंभ में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश-विदेश में प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। बस्तर के धुर्मारास गांव का चयन विश्व के 20 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में देश से एकमात्र छत्तीसगढ़ के गांव के रूप में हुआ है, जिससे पर्यटन क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी।
जशपुर जिले के लिए की जा रही घोषणाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां आर्चरी अकादमी और मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी। फरसाबहार में सत्य साईं हृदय चिकित्सा यूनिट 14 जनवरी से प्रारंभ होगी, जहां बच्चों के दिल की बीमारी का निःशुल्क उपचार होगा। नर्सिंग कॉलेज, फिजियोथेरेपी कॉलेज, हर्राडांड में विद्युत उत्पादन इकाई, नालंदा परिसर एवं पर्यटन अधोसंरचना का विकास भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि सरकार का प्रयास है कि हर वर्ग को सुविधा और अवसर मिले और जनता की उम्मीदों पर सरकार खरी उतरे।



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