रिपोर्ट- चंद्रभान यादव
जशपुर। जिले के सुलेशा गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक स्थानीय ग्रामीण के घर की दीवार पर कथित रूप से नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के नाम से एक पर्चा चिपका हुआ पाया गया। इस पर्चे में गांव के निवासी सल्लू राजवाड़े को कड़ी हिदायत दी गई है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पर्चे को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना पंड्रापाठ चौकी क्षेत्र के सुलेशा गांव की है, जहां मंगलवार सुबह ग्रामीण सल्लू राजवाड़े ने अपने घर की बाहरी दीवार पर एक अज्ञात पर्चा चिपका हुआ देखा। पर्चे में PLFI संगठन के नाम से जारी किए गए संदेश में सल्लू को कथित रूप से हिदायत दी गई है। जिसमें लिखा है कि यदि सल्लू राजवाड़े के द्वारा PLFI संगठन के किसी व्यक्ति के खिलाफ राजनीति कर उन्हें परेशान किया जा रहा है साथ ही उसके कार्यों में भी बाधा डाला जा रहा है। पर्चे के मुताबिक अगर ग्रामीण सल्लू राजवाड़े के द्वारा PLFI संगठन के व्यक्ति को अगर परेशान किया गया तो संगठन उसके ऊपर फौजी कार्यवाही करेगा। स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह पर्चा रात के अंधेरे में चिपकाया हुआ प्रतीत हो रहा है, फिलहाल इस पर्चे के कारण गांव में अफरा-तफरी मच गई।
इधर इस घटना की सूचना मिलते ही आदिवासी नेता गणेश राम भगत मौके पर पहुंचे। भगत ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “यह इलाका पहले से ही नक्सली गतिविधियों से प्रभावित रहा है, लेकिन इस तरह की धमकियां आम ग्रामीणों को डराने का प्रयास है। हम सरकार से मांग करते हैं कि सुरक्षा बढ़ाई जाए और असली दोषियों को पकड़ा जाए।” भगत ने ग्रामीणों से अपील की कि वे घबराएं नहीं और पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि PLFI जैसे संगठन अक्सर आदिवासी इलाकों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाते हैं, लेकिन स्थानीय समुदाय को एकजुट रहना चाहिए।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और पर्चे को जब्त कर लिया है। जशपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि
कथित पर्चा नक्सली PLFI के नाम से ग्रामीण के दीवाल पर चिपका मिला है, लेकिन इसकी सत्यता की पुष्टि की जा रही है। “हम फॉरेंसिक जांच करवा रहे हैं और आसपास के सीसीटीवी फुटेज तथा ग्रामीणों से पूछताछ कर रहे हैं। यह असली नक्सली पर्चा है या किसी की शरारत, इसकी जांच चल रही है,” उन्होंने कहा। पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और ग्रामीणों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
जशपुर जिला, जो छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में स्थित है, लंबे समय से नक्सली गतिविधियों का शिकार रहा है। PLFI, जो मुख्य रूप से झारखंड में सक्रिय है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में भी अपनी पहुंच बनाने की कोशिश करता रहा है। संगठन अक्सर लेवी वसूली, धमकी और हिंसक घटनाओं के लिए जाना जाता है। हाल के महीनों में राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेज किया है, जिससे ऐसे संगठनों की गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। लगातार बस्तर क्षेत्र से नक्सली आत्म समर्पण करते नजर आ रहे हैं।
बहरहाल जशपुर जिले में मिले इस कथित पर्चे ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है। गांव में पुलिस टीम पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है। सल्लू राजवाड़े और ग्रामीणों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस जांच में यदि पर्चा असली साबित हुआ, तो यह PLFI की जशपुर में बढ़ती सक्रियता का संकेत हो सकता है। फिलहाल, जांच जारी है और जल्द ही मामले की तह तक पहुंचने की उम्मीद है।
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