मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों और पुलिस की सख्त कार्रवाई के बावजूद महिलाओं के खिलाफ होने वाले लैंगिक अपराध लगातार जारी हैं।
ताजा मामला बुंदेलखंड के बांदा से सामने आया है जहां नौकरी का झांसा देकर तीन रसूखदार रईस तीन लड़कियों के साथ 6 महीने तक न सिर्फ शारीरिक शोषण करते रहे बल्कि उन्हें जबरन शराब पिलाकर नग्न डांस करवाते और उनका वीडियो भी बना कर उन्हें ब्लैकमेल करते रहे। काफी समय से इन कुकर्मियों को बर्दाश्त कर रही लड़कियों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया और पीड़िताओं ने पुलिस में जाकर अपनी आप बीती सुनाई जिस पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मामले में तीनों पीड़ित लड़कियों का मेडिकल कराने और अश्लील वीडियो की जांच कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने का भरोसा बांदा एसपी अंकुर अग्रवाल ने दिलाया है।किसी फिल्मी कहानी की तर्ज पर तीन लड़कियों के साथ लैंगिक यौन उत्पीड़न की यह वारदात बांदा नगर कोतवाली क्षेत्र में की गई है जहां के रहने वाले तीन बड़े कारोबारी आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू और लोकेंद्र सिंह चंदेल के खिलाफ बीएनएस की धारा 59, 352, 351(3), 3(2)(V) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित लड़कियों के मुताबिक वह तीनों नौकरी की तलाश में थी कि 6 माह पहले उनके परिचित नवीन कुमार ने उन्हें आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू और लोकेंद्र सिंह से परिचय कराया था और कहा था कि यह तीनों व्यक्ति बड़े व्यापारी और ठेकेदार हैं और प्रभावशाली व्यक्ति हैं यह तीनों उन्हें नौकरी देंगे। इसके बाद यह तीनों लड़कियां इनके संपर्क में रही और इन आरोपियों ने एक दिन उनके साथ छेड़खानी करते हुए चुपचाप अश्लील वीडियो बना ली और उसके बाद यह वीडियो इंटरनेट में डालकर बदनाम करने और घर वालों को भेजने जैसी धमकी देकर तीनों को बुलाते रहे और उनको जबरन शराब पिला के उनसे नग्न डांस कराते रहे और उनका वीडियो भी बनाते रहे और साथ में उनके साथ बलात्कार करते रहे। पीड़ित लड़कियों के मुताबिक जब उनके साथ ये सब आए दिन होने लगा तो उन्होंने मजबूरन पुलिस की शरण ली है। पुलिस ने पीड़ित लड़कियों की फरियाद सुनकर और उनके द्वारा दिए गए वीडियो और फोटोग्राफ्स के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ नगर कोतवाली बांदा में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इस मामले में एसपी अंकुर अग्रवाल का कहना है कि पीड़ित लड़कियों के आरोपों के आधार पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और इसकी जांच सीओ सिटी को सौंप दी गई है, पीड़ित लड़कियों के पास से जो भी वीडियो हैं उनको पेन ड्राइव में लेकर साक्ष्य का आधार बनाया जा रहा है और इन वीडियो की और तमाम आरोपों की जानकारी के साथ ही पीड़ित लड़कियों का मेडिकल कराकर उसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और जांच में पुष्टि पाए जाने पर सख्त कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ अमल में लाई जाएगी।
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